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आज का अखबार तो आपने पढ़ा होगा?' मालती का सीधा सवाल सुनकर राधा देवी के चेहरे पर विषाद की काली छाया घिर आई और फिर एक दीर्घ निःश्वास के साथ बोली- 'तुम भी मेरे जख्मों में नश्तर चुभाने आई हो?' 'मेरा ऐसा…